धरमजयगढ़ के वन विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार से सांठ गांठ कर लाखों रूपया के डेम का कराया निर्माण कार्य, सुचना पटल से बजट राशि गायब
रायपुर / छत्तीसगढ़ के वन विभाग में धरमजयगढ़ रेंज में विभाग द्वारा कराए गए डेम निर्माण को लेकर हजारों सवाल उठने लगे हैं। विभाग ने ठेकेदार के माध्यम से लाखों रुपये की लागत से डेम का निर्माण करवाया है, लेकिन निर्माण स्थल पर लगाए गए सूचना पटल में लागत राशि, स्वीकृत धनराशि तथा अन्य तकनीकी जानकारी का उल्लेख नही किया गया है जबकी हर निर्माण कार्यों का सूचना पटल बनाया जाता है जिसमें प्राक्लीत राशि लिखा जाता है।

आम जनता के बीच संदेह पैदा हो रहा है, नियमों के अनुसार किसी भी सरकारी निर्माण कार्य में परियोजना की कुल लागत, स्वीकृत राशि, निर्माण एजेंसी और समय सीमा का विवरण सूचना पटल पर अनिवार्य रूप से दर्ज होना चाहिए। ऐसे में डेम निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के अनुपस्थित होने को लेकर ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई है।
सूत्रों के अनुसार, डेम का निर्माण तेजी से पूरा किया गया , लेकिन पारदर्शिता से जुड़े प्रावधानों का पालन नहीं किया गया। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि बिना लागत विवरण के कार्य की गुणवत्ता और वास्तविक खर्च को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।स्थानीय लोगों ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से पूरे प्रकरण की जांच कराने और उक्त कायों में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि सरकारी धन का उपयोग पारदर्शी तरीके से होना चाहिए ताकी भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकें!
अब देखना यह है कि वन विभाग इस शिकायत को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या पुल निर्माण में हुई संभावित अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए जाते हैं या नहीं।











